<p style="text-align: justify;"><strong>Karnataka News:</strong> बेंगलुरु के पास पटाखों की एक दुकान में जान गंवाने वाले 14 लोगों में ज्यादातर गरीब छात्र थे, जो अपनी पढ़ाई का खर्च जुटाने के लिए छुट्टियों के दौरान वहां काम करते थे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मृतकों में छह 12वीं कक्षा और ग्रेजुएशन के विद्यार्थी थे. उन्होंने बताया कि शनिवार की इस त्रासदी के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. </p> <p style="text-align: justify;">कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार (8 अक्टूबर) को कहा कि बेंगलुरु शहरी जिले के सीमावर्ती अतिबेले शहर में पटाखों की एक दुकान और गोदाम में आग की घटना में जिन लोगों की जान चली गयी, उनमें ज्यादातर विद्यार्थी थे. घटनास्थल का मुआयना करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें ज्यादातर विद्यार्थी थे और वे अपनी पढ़ाई के वास्ते पैसे जुटाने के लिए छुट्टियों के दौरान काम करते थे. प्रबंधक को छोड़कर कोई भी स्थायी कर्मी नहीं था.’’</p> <p style="text-align: justify;"><strong>मृतक के परिवारों सहायता राशि देगी सरकार</strong></p> <p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने शोकसंतप्त परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की और शोक प्रकट किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि आग की इस घटना में जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.</p> <p style="text-align: justify;">सीएम ने कहा, ‘‘यह एक बड़ी त्रासदी है जहां 14 लोगों ने अपनी जान गंवायी. हम जांच करवाएंगे और जिनकी गलती होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है और मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं.’’</p> <p style="text-align: justify;"><strong>सीआईडी जांच के दिए आदेश</strong></p> <p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री ने कहा कि झुलसे हुए जिन तीन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, उनके इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी. उन्होंने इस घटना की सीआईडी जांच का आदेश दे दिया गया है. सीएम सिद्धारमैया ने कहा, " शनिवार (7 अक्टूबर) शाम तीन बजे तमिलनाडु से एक ट्रक पटाखे लाये गये. यह अब तक पता नहीं चल पाया है कि पटाखों में कैसे आग लगी. अधिकारियों के शुरुआती जांच से खुलासा हुआ है कि एहतियाती उपाय नहीं किये गये थे.’’</p> <p style="text-align: justify;">मुख्यमंत्री ने कहा, "कहीं भी सुरक्षा उपकरण नहीं इस्तेमाल किये गये. लाइसेंस धारक की लापरवाही स्पष्ट नजर आती है. लाइसेंस धारक रामास्वामी रेड्डी ने 31 अक्टूबर तक पटाखे बेचने के लिए 13 सितंबर को लाइसेंस का नवीनीकरण करवाया था. उसके पास दूसरा व्यापार लाइसेंस था जिसकी समय सीमा 28 जनवरी 2026 थी."</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/news/india/bjp-basavaraj-bommai-on-sanatan-dharma-attempt-to-stop-ganpati-utsav-in-karnataka-2510684">कर्नाटक में हुआ गणपति महोत्सव को रोकने का प्रयास, भड़के पूर्व CM बोम्मई, कहा- अगर हिंदू भावनाएं आहत हुईं तो...</a></strong></p>
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