<p style="text-align: justify;"><strong>Maharashtra Karnataka Border Dispute:</strong> महाराष्ट्र के विधानसभा में अभी शीतकालीन सत्र चल रहा है. इस दौरान सोमवार (26 दिसंबर) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘हमें दूसरों से कोई सीख लेने की जरूरत नहीं है. हम सीमा क्षेत्र में रहने वालों के साथ मजबूती से खड़े हैं. हम कल विधानसभा में इस संबंध में प्रस्ताव ला रहे हैं.’</p> <p style="text-align: justify;">वीर बाल दिवस समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली आए सीएम शिंदे की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई जब सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने एक प्रस्ताव की मांग की थी.</p> <p style="text-align: justify;">महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) देवेंद्र फडणवीस ने भी सदन को आश्वासन दिया कि सीमा विवाद पर एक या दो दिन के भीतर कोई प्रस्ताव पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम एक इंच के लिए भी लड़ेंगे. हम कर्नाटक में मराठी भाषी आबादी के न्याय के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, वह करेंगे.’’</p> <p style="text-align: justify;"><strong>22 दिसंबर को पारित हुआ था प्रस्ताव </strong></p> <p style="text-align: justify;">कर्नाटक विधानसभा ने बृहस्पतिवार (22 दिसंबर) को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के हितों की रक्षा के लिए सीमा विवाद पर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया था. बीजेपी कर्नाटक के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी सत्ता में है.</p> <p style="text-align: justify;">वीर बाल दिवस समारोह में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनके आवास पर मुलाकात भी की. ठाकरे की आलोचना पर शिंदे ने दावा किया कि पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने कर्नाटक के साथ महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती गांवों में कुछ सरकारी योजनाओं को बंद कर दिया था. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>ठाकरे के बारे में क्या बोले सीएम शिंदे</strong></p> <p style="text-align: justify;">दिल्ली यात्रा के बारे में उद्धव ठाकरे की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा, ‘‘हमने 2,000 करोड़ रुपये की म्हैसाल विस्तार योजना को मंजूरी दी." बता दें कि <a title="एकनाथ शिंदे" href="https://ift.tt/3daEjfb" data-type="interlinkingkeywords">एकनाथ शिंदे</a> को सीमा मुद्दे पर आंदोलन में भाग लेने के लिए जेल की सजा का सामना करना पड़ा था. मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि ठाकरे को कोई भी फैसला सुनाने से पहले उनके दिल्ली दौरे के मकसद को समझना चाहिए. </p> <p style="text-align: justify;">उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां गुरु गोबिंद सिंह के बेटों जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बलिदान की याद में केंद्र सरकार के वीर बाल दिवस समारोह में भाग लेने आया था.’’ साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब के मुख्यमंत्री विशेष आमंत्रित सदस्य थे. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़े : <a title="कोरोनाकाल में बनाए गए नियमों को तोड़ने पर 54 हजार लोग हुए अब तक गिरफ्तार" href="https://ift.tt/hRSy9V4" target="_self">कोरोनाकाल में बनाए गए नियमों को तोड़ने पर 54 हजार लोग हुए अब तक गिरफ्तार</a></strong></p>
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