<p style="text-align: justify;"><strong>Assembly Elections 2023: </strong>भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनावों को लेकर तैयारी तेज कर दी है. इसी कड़ी में बीजेपी के चार राज्यों के 57 विधायक सोमवार (21 अगस्त) को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पहुंचे. इससे पहले शनिवार को भी मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में हर विधानसभा क्षेत्र की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र से पार्टी के 230 विधायक भोपाल पहुंचे थे. </p> <p style="text-align: justify;">बीजेपी चुनावों की तारीखों की घोषणा से पहले ही दोनों राज्यों में उम्मीदवारों की एक-एक सूची जारी कर चुकी है. सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे पार्टी के विधायकों में से हर एक विधायक एक विधानसभा क्षेत्र में एक सप्ताह बिताएगा और पार्टी के लिए काम करेगा. दोनों राज्यों में फिलहाल बीजेपी के 287 विधायक दौरे पर हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>बीजेपी का विधायक प्रवास अभियान शुरू</strong></p> <p style="text-align: justify;">2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता गंवाने वाली बीजेपी ने चुनावों से पहले मतदाताओं तक पहुंचने के लिए 'विधायक प्रवास अभियान' शुरू किया है. सोमवार को बीजेपी के राज्य मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में एक प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया गया.</p> <p style="text-align: justify;">प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में छत्तीसगढ़ के लिए बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण चंदेल मौजूद थे. अरुण साव ने कहा कि पांच राज्यों के बीजेपी विधायक छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे. उनमें से प्रत्येक विधायक एक विधानसभा क्षेत्र में एक सप्ताह बिताएगा और काम करेगा. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>अभी तक नहीं हुई चुनाव की तारीखों की घोषणा</strong></p> <p style="text-align: justify;">छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए विधायक असम और तीन गैर-बीजेपी शासित राज्यों- बिहार, ओडिशा और झारखंड से हैं. इस अभियान के तहत पश्चिम बंगाल के विधायक अगले महीने राज्य में पहुंचेंगे. 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं की गई है. </p> <p style="text-align: justify;">अरुण साव ने कहा कि राज्य के बीजेपी कार्यकर्ताओं को इन विधायकों के अनुभव से लाभ मिलेगा और वे उन राज्यों में बीजेपी की कार्यप्रणाली के बारे में जान सकेंगे. अन्य राज्यों से आए विधायक विधानसभा क्षेत्रों में अपने सप्ताह भर के दौरे के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे. विधायक स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे और उन्हें आगामी चुनावों को देखते हुए महत्वपूर्ण सुझाव देंगे. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>छत्तीसगढ़ में जारी की 21 उम्मीदवारों की लिस्ट</strong></p> <p style="text-align: justify;">छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही बीजेपी ने पिछले सप्ताह उन 21 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी जहां उसे पिछली बार हार का सामना करना पड़ा था.</p> <p style="text-align: justify;">2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 68 सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी 15 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी. जेसीसी (जे) को पांच सीटें मिलीं थी और उसकी सहयोगी बसपा ने दो सीटें जीती थी. उपचुनावों में जीत हासिल करने के बाद, सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास वर्तमान में विधानसभा में 71 सदस्य हैं. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>मध्य प्रदेश में भी 4 राज्यों के बीजेपी विधायक मौजूद </strong></p> <p style="text-align: justify;">दूसरी तरफ दो दिन पहले मध्य प्रदेश पहुंचे गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र के 230 बीजेपी विधायक आगामी चुनावों के लिए पार्टी की संभावनाओं को मजबूत करने के लिए राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में घूम रहे हैं. बीजेपी के एक शीर्ष नेता ने सोमवार को न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि उन्हें शनिवार को प्रशिक्षण दिया गया कि उन्हें अपने सप्ताह भर के प्रवास के दौरान राज्य में क्या करना है और अब उन्होंने दैनिक आधार पर दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को अपनी फील्ड रिपोर्ट भेजनी शुरू कर दी है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>मध्य प्रदेश में 39 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए</strong></p> <p style="text-align: justify;">बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और अश्विनी वैष्णव को पार्टी का एमपी चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारी बनाया है, जबकि उनके कैबिनेट सहयोगी नरेंद्र सिंह तोमर, जो राज्य के मुरैना से लोकसभा सांसद हैं, चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक हैं. बीजेपी ने पिछले हफ्ते मध्य प्रदेश में 39 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी.</p> <p style="text-align: justify;">मध्य प्रदेश में 2018 के चुनावों में कांग्रेस ने 114 सीटें जीतीं और कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी. बीजेपी सिर्फ 109 सीटों पर जीत हासिल कर सकी थी. हालांकि, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी. जिसके परिणामस्वरूप शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में लौट आई.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें- </strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a title="'बिहार में जातिगत सर्वे पर तब तक रोक नहीं लगाएंगे, जब तक कि...', सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी" href="https://ift.tt/ypRLamG" target="_self">'बिहार में जातिगत सर्वे पर तब तक रोक नहीं लगाएंगे, जब तक कि...', सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी</a></strong></p>
from india https://ift.tt/SYPDzEW
via
0 Comments