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Manipur Unrest: मणिपुर में दुष्प्रचार पर सेना का आया जवाब, 'सभी रैंक नस्ल, जाति, पंथ और जेंडर से परे हैं'

<p style="text-align: justify;"><strong>Indian Army In Manipur:&nbsp;</strong>मणिपुर में जातीय हिंसा के बाद शांति बहाली के प्रयासों में लगी भारतीय सेना ने गुरुवार (1 जून) को उसकी छवि खराब करने वाले 'सोशल मीडिया संदेश' का जवाब दिया. भारतीय सेना ने कहा कि उसकी सभी रैंक नस्ल, जाति, पंथ और लिंग से परे हैं.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;">बयान में कहा गया, ''ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट किया गया एक संदेश, जिसे मैसेजिंग ऐप के जरिये प्रसारित किया गया वो मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का पालन करने वाले एक विशेष समुदाय के सेना अधिकारियों का विवरण देता है. राष्ट्र के प्रति उनकी वफादारी और ईमानदारी पर आक्षेप लगाते हुए संदेश का उद्देश्य भारतीय सेना के अधिकारियों के विश्वास और लोकाचार की नींव को खराब करना है.''</p> <p style="text-align: justify;"><strong>भारतीय सेना ने बयान में आगे ये कहा</strong></p> <p style="text-align: justify;">भारतीय सेना ने बयान में कहा, ''जिन अधिकारियों को बदनाम किया जा रहा है कि उन्होंने मणिपुर में रातों में बगैर सोए, बिना भोजन और पानी के काम करते हुए हजारों लोगों को बचाया है और धर्म, जाति या पंथ से परे लोगों को शरण उपलब्ध कराई है.''</p> <p style="text-align: justify;">बयान में आगे कहा गया, ''भारतीय सेना की सभी रैंक नस्ल, जाति, पंथ और लिंग अज्ञेयवादी (किसी चीज से परे) हैं- सभी के लिए निष्पक्ष हैं और किसी का भय नहीं खातीं. भारतीय सेना के अधिकारियों और सैनिकों को संगठन की जरूरत के अनुसार देश के सभी हिस्सों में तैनात किया जाता है.''</p> <blockquote class="twitter-tweet"> <p dir="ltr" lang="en">All ranks of Indian Army are race, caste, creed and gender agnostic: Indian Army <a href="https://t.co/WdVNiJ4hku">pic.twitter.com/WdVNiJ4hku</a></p> &mdash; ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1664313649228578816?ref_src=twsrc%5Etfw">June 1, 2023</a></blockquote> <p style="text-align: justify;"> <script src="https://platform.twitter.com/widgets.js" async="" charset="utf-8"></script> </p> <p style="text-align: justify;"><strong>दुष्प्रचार वाले संदेश का किया पुरजोर खंडन</strong></p> <p style="text-align: justify;">सेना ने बयान में कहा, ''यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि सूची में दर्शाए गए नंबर दिखाते हैं कि वर्तमान नें मणिपुर में सभी फॉर्मेशंस और इकाइयों में तैनात अधिकारियों की कुल संख्या का एक सूक्ष्म अंश है. (सोशल मीडिया) पोस्ट एक ऐसी संस्था को कमजोर करने का प्रयास है जो सूक्ष्म रूप में राष्ट्र की छवि ही दर्शाती है और कभी इसके कामकाज में क्षेत्रीय पक्षपात का हस्तक्षेप नहीं होने दिया. भारतीय सेना इस घिनौने संदेश का पुरजोर खंडन करती है.''</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढे़ं- <a title="Sedition Law: 'देशद्रोह कानून को कुछ बदलाव के साथ बरकरार रखा जाना चाहिए', लॉ कमीशन ने सरकार को दी रिपोर्ट" href="https://ift.tt/fIFymEJ" target="_blank" rel="noopener">Sedition Law: 'देशद्रोह कानून को कुछ बदलाव के साथ बरकरार रखा जाना चाहिए', लॉ कमीशन ने सरकार को दी रिपोर्ट</a></strong></p>

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