<p style="text-align: justify;"><strong>Karnataka Government Formation:</strong> कर्नाटक में शानदार जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के शपथ की भव्य तैयारियां शुरू हो गई हैं. सीएम के लिए कांग्रेस ने सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लगाई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया है लेकिन कांग्रेस के लिए ये चुनाव आसान नहीं रहा. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच कड़े मुकाबले ने कांग्रेस के लिए दुविधा की स्थिति पैदा कर दी थी. इसके लिए बेंगलुरु से लेकर दिल्ली तक 3 दिनों मैराथन बैठकों का दौर चला और आखिरकार इस गुत्थी को सुलझाने के लिए गांधी परिवार को भी मैदान में उतरना पड़ा.</p> <p style="text-align: justify;">आइए देखते हैं 72 घंटे में क्या-क्या हुआ और आखिरकार कांग्रेस ने कैसे फैसला किया</p> <p style="text-align: justify;"><strong>रविवार 14 मई</strong></p> <p style="text-align: justify;">13 मई को चुनाव नतीजे घोषित हुए जिसमें कांग्रेस ने 135 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया. अगले दिन रविवार (14) मई की शाम को नेता चुनने के लिए कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक हुई. यहां पर एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दिया गया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>सोमवार 15 मई (सुबह)&nbsp;</strong></p> <p style="text-align: justify;">कांग्रेस की तरफ से नियुक्त किए गए तीनों पर्यवेक्षकों ने अगले मुख्यमंत्री को लेकर विधायकों की राय जानी. इसके लिए विधायकों से गुप्त मतदान भी कराया गया. इस रिपोर्ट को लेकर तीनों पर्यवेक्षक सुबह करीब 10 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए और वहां कांग्रेस अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपी. मल्लिकार्जुन खरगे ने रिपोर्ट को लेकर पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से सोमवार देर रात चर्चा की.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>सोमवार दोपहर</strong></p> <p style="text-align: justify;">इस बीच खबर आई कि डीके शिवकुमार ने अपनी प्रस्तावित दिल्ली की यात्रा रद्द कर दी है. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश से दिल्ली में मुलाकात की और कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को दिल्ली आने का संदेश दिया. इस बीच सिद्धारमैया दिल्ली पहुंचे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>मंगलवार दोपहर</strong></p> <p style="text-align: justify;">सोमवार से लगातार कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर बैठकों का दौर जारी रहा. इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खरगे से मिले. इस बैठक में केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री के चयन में विधायकों के समर्थन की पार्टी की प्रथा का उल्लेख किया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>मंगलवार शाम</strong></p> <p style="text-align: justify;">16 मई की शाम को कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के आवास पर बारी-बारी से डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया मिलने पहुंचे. हालांकि, कांग्रेस ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया और सीएम की दावेदारी पर चुप्पी साधे रखी. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष ने दोनों नेताओं से उनकी राय जानी.</p>

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