<p style="text-align: justify;"><strong>Zoji La Pass Opened: </strong>सीमा सड़क संगठन (BRO) ने 68 दिनों तक बंद रहने के बाद गुरुवार (16 मार्च) को ग्रेटर हिमालयन रेंज पर रणनीतिक जोजिला दर्रा खोल दिया. जिसके बाद लद्दाख (Ladakh) और गुरेज घाटी (Gurez Valley) से संपर्क बहाल हो गया. 11,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित ये दर्रा केंद्र शासित प्रदेशों, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर, के बीच प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है. इसे 6 जनवरी 2023 तक यातायात के लिए खुला रखा गया था.</p> <p style="text-align: justify;">इसके बाद बिगड़ते मौसम और लगातार बर्फ के कारण इसे बंद किया गया था. फरवरी के पहले सप्ताह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में स्थित प्रोजेक्ट बीकन और विजयक की ओर से दर्रे के दोनों ओर से बर्फ हटाने का अभियान चलाया गया.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>राजदान दर्रा भी खोला गया</strong></p> <p style="text-align: justify;">निरंतर प्रयासों के बाद 11 मार्च को शुरू में जोजिला दर्रे में कनेक्टिविटी स्थापित की गई थी. इसके बाद वाहनों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने के लिए सड़कों की स्थिति में सुधार के प्रयास किए गए. इसी तरह गुरेज सेक्टर और कश्मीर घाटी के बीच एकमात्र सड़क संपर्क प्रदान करने वाला राजदान दर्रा भी केवल 58 दिनों के अंतराल के बाद 16 मार्च को सफलतापूर्वक खोल दिया गया. साधना, फरकियान गली और जमींदार गली में अन्य महत्वपूर्ण दर्रे पूरे सर्दियों के मौसम में खुले रखे गए हैं.&nbsp;&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><br /><img src="https://ift.tt/JPK4yDb" /></p> <p style="text-align: justify;"><strong>क्या कहा अधिकारियों ने?</strong></p> <p style="text-align: justify;">वीएसएम, डीजीबीआर, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रोजेक्ट बीकन और प्रोजेक्ट विजयक के कर्मयोगियों की सराहना की. लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा, "जोजिला और राजदान दर्रे के जल्द खुलने से लद्दाख और गुरेज घाटी के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति में वृद्धि होगी."&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><br /><img src="https://ift.tt/ezcA85j" /></p> <p style="text-align: justify;">डीजीबीआर ने आगे कहा कि वाहनों का ट्रायल मूवमेंट आज सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है और नागरिकों के यातायात के लिए सड़क खोलने का निर्णय संयुक्त निरीक्षण के बाद नागरिक प्रशासन की ओर से लिया जाएगा.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें-&nbsp;</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a title="Homi Jehangir Bhabha: होमी भाभा को कहा जाता है देश के परमाणु कार्यक्रम का जनक, क्या साजिश थी उनकी मौत? जानिए" href="https://ift.tt/YWIjPeX" target="_self">Homi Jehangir Bhabha: होमी भाभा को कहा जाता है देश के परमाणु कार्यक्रम का जनक, क्या साजिश थी उनकी मौत? जानिए</a></strong></p>

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