<p style="text-align: justify;"><strong>Delhi Gym Owner Murder Case: </strong>दिल्ली के प्रीत विहार स्थित एक जिम के मालिक महेंद्र अग्रवाल की हत्या के मामले में एक पूर्व कर्मचारी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के नाम इंद्रवर्धन शर्मा और रवि कुमार हैं, जिन्हें भारत-नेपाल सीमा से पकड़ा गया है.</p> <p style="text-align: justify;">पुलिस का दावा है कि इंद्रवर्धन पहले महेंद्र अग्रवाल के जिम में मैनेजर था. इंद्रवर्धन ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि उसने जिम में 4 लाख 75 हजार रुपये भी लगाए थे लेकिन महेंद्र अग्रवाल ने न तो उसके पैसे लौटाए और न ही उसकी सैलरी दी. इतना ही नहीं, महेंद्र अग्रवाल ने उसके खिलाफ मामला भी दर्ज करवा दिया था. इसी वजह से उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इंद्रवर्धन राष्ट्रीय स्तर पर जूडो का प्लेयर रह चुका है और सिल्वर मेडल भी जीत चुका है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>क्या है मामला?</strong></p> <p style="text-align: justify;">क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर रविंद्र यादव ने बताया कि 31 दिसंबर को प्रीत विहार इलाके में दो बदमाशों ने एक जिम में घुसकर उसके मालिक महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस को जांच में पता चला था कि पूर्व कर्मचारी इंद्रवर्धन का इसमें हाथ है. एसीपी उमेश भरथवाल की देखरेख में इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम ने इंद्रवर्धन और रवि कुमार तोमर को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>मां की मौत का जिम्मेदार मानता था महेंद्र अग्रवाल को</strong></p> <p style="text-align: justify;">पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान इंद्रवर्धन ने यह खुलासा किया कि उसने महेंद्र अग्रवाल के जिम में नौकरी करने के दौरान पौने पांच लाख रुपये का निवेश भी किया था. वह मैनेजर के तौर पर उस जिम में नौकरी करता था लेकिन महेंद्र अग्रवाल ने न केवल उसकी सैलरी देने से इंकार कर दिया, बल्कि उसके रुपये भी दबा कर बैठ गया. गुस्से में जब उसने महेंद्र अग्रवाल को जबरन अपने साथ ले जाना चाहा तो उसने (महेंद्र अग्रवाल) पुलिस में शिकायत कर उसके (इंद्रवर्धन) खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया. इंद्रवर्धन ने बताया कि इस मामले के चलते उसकी मां काफी ज्यादा तनाव में आ गईं और उसी तनाव के चलते उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. उसने कहा कि वो अपनी मां की मौत के लिए महेंद्र अग्रवाल को ही जिम्मेदार मानता रहा और उसने महेंद्र अग्रवाल की हत्या करने की ठान ली. साजिश के तहत उसने अपने दोस्तों को इस काम के लिए तैयार किया और फिर हथियार का इंतजाम कर इस वारदात को अंजाम दे दिया. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>फरार होने के लिए गाड़ी के साथ एक दोस्त को रखा था तैयार</strong></p> <p style="text-align: justify;">पुलिस के मुताबिक, 31 दिसंबर को इंद्रवर्धन अपने दो दोस्तों के साथ जिम पहुंचा था. एक दोस्त रवि कुमार तोमर उसके साथ जिम के अंदर गया जबकि तीसरा दोस्त विजय बाहर गाड़ी में रुका रहा. जैसे ही दोनों हत्या की वारदात को अंजाम देकर बाहर आए तो पहले से तैयार गाड़ी में सवार होकर फरार हो गए. फरार होने के दौरान आरोपी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल बॉर्डर पर रहे. वहीं, नेपाल में दाखिल होने से पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें- <a title="Ludhiana Court Blast: लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में NIA की छापेमारी, जब्त किए 10.16 लाख रुपये" href="https://ift.tt/G0f9sNw" target="_blank" rel="noopener">Ludhiana Court Blast: लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में NIA की छापेमारी, जब्त किए 10.16 लाख रुपये</a></strong></p>
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