<p style="text-align: justify;"><strong>Gujarat Election First Phase Voting Percentage:</strong> <a title="गुजरात विधानसभा चुनाव" href="https://ift.tt/xRAb3d8" data-type="interlinkingkeywords">गुजरात विधानसभा चुनाव</a> के पहले चरण में गुरुवार को 89 विधानसभा सीटों पर 62.89 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. 2017 के विधानसभा चुनाव में इन्हीं सीटों पर पहले चरण में 66.75 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. यानी कि पिछली बार की तुलना में इस बार 4 फीसदी कम वोटिंग हुई. चुनाव आयोग ने बताया कि जामनगर जिले के धराफा, नर्मदा जिले के सामोट और भरूच जिले के केसर गांव ने इस बार पूरी तरह से चुनाव का बहिष्कार किया है.</p> <p style="text-align: justify;">गुजरात के अमरेली जिले में 57.59 फीसदी, भरूच में 66.61 फीसदी, भावनगर में 59.17 फीसदी, बोताड में 57.58 फीसदी, डांग में 67.33 फीसदी, देवभूमि द्वारका में 61.70 फीसदी, गिर सोमनाथ में 65.93 फीसदी, जामनगर में 58.01 फीसदी, जूनागढ़ में 59.52 फीसदी, कच्छ में 59.80 फीसदी, मोरबी में 69.77 फीसदी, नर्मदा में 73.50 फीसदी, नसवारी में 71.06 फीसदी, पोरबंदर में 59.51 फीसदी, राजकोट में 60.45 फीसदी, सूरत में 62.27 फीसदी, सुरेंद्र नगर में 62.46 फीसदी, तापी में 76.91 और वलसाड में 69.05 फीसदी मतदान हुआ.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कहां ज्यादा और कहां कम मतदान</strong></p> <p style="text-align: justify;">गुजरात के अमरेली और बोताड जिले में मतदाताओं के चेहरों पर काफी उदासीनता नजर आई. अमरेली में सिर्फ 57.59 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला तो बोताड जिले में 57.58 प्रतिशत वोटिंग हुई. अब बात कर लेते हैं उन दो जिलों की जहां सबसे ज्यादा वोटिंग हुई. पहले चरण में सबसे ज्यादा वोटिंग तापी में हुई. यहां 76.91 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया. वहीं नर्मदा जिले में 62.27 वोट डाले गए.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कितने कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और VV-PAT बदले गए</strong></p> <p style="text-align: justify;">आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को मतदान शुरू होने से पहले 90 मिनट के दौरान किए गए मॉक पोल के दौरान 145 बैलेट यूनिट और 372 ईवीएम की कंट्रोल यूनिट को बदला गया था. इसके अलावा मॉक पोल के दौरान 335 वीवीपैट भी बदले गए.</p> <p style="text-align: justify;">गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी भारती ने गुरुवार शाम को कहा, "जिन 19 जिलों में चुनाव हुए, उनमें 89 बैलेट यूनिट, 89 कंट्रोल यूनिट और 238 वीवीपीएटी बदले गए." मतदान शुरू होने के बाद पहले तीन घंटे में सुबह 11 बजे तक 33 बैलेट यूनिट और 29 कंट्रोल यूनिट को बदला गया. इसके अलावा, मतदान के शुरुआती तीन घंटों में 69 वीवीपैट भी बदले गए. पहले चरण के चुनाव में 89 सीटों पर मतदान के लिए 26,269 बैलेट यूनिट, 25,430 कंट्रोल यूनिट और 25430 वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया गया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>कितनी शिकायतें मिलीं?</strong></p> <p style="text-align: justify;">वोटिंग के दौरान चुनाव आयोग को जोनल अधिकारियों और जिला प्रभारियों से ईवीएम और रिजर्व मशीनों के बारे में कुल 18 शिकायतें मिलीं. सीईओ गुजरात ने कहा, "ईवीएम के संबंध में जहां भी समस्याएं सामने आईं, उन्हें थोड़े समय में ही हल कर दिया गया." वहीं दिल्ली से चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोग को अलर्ट भी भेजा. उन्होंने कहा, "ईमेल और फोन कॉल के माध्यम से हमें कुल 104 शिकायतें मिली हैं." इसके अलावा, चुनाव आयोग को सी-विजिल मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से भी 221 शिकायतें प्राप्त हुईं.</p> <p style="text-align: justify;">अधिकारी ने बताया कि सूरत जिले की लिंबायत सीट से बिजली कटौती की शिकायत मिली थी. भारती ने कहा, "बिजली 5-10 मिनट के भीतर बहाल कर दी गई." ईमेल के माध्यम से प्राप्त फर्जी मतदान शिकायतों के बारे में अधिकारी ने कहा कि शिकायतें गिर सोमनाथ और जामनगर से थीं. चुनाव आयोग ने उनमें "कोई योग्यता नहीं" पाए जाने के बाद शिकायतों को खारिज कर दिया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें- <a title="Gujarat Election 2022: रवींद्र जडेजा की बहन ने क्यों कहा, जामनगर में जडेजा vs जडेजा नहीं है?" href="https://ift.tt/CtkOP8l" target="_self">Gujarat Election 2022: रवींद्र जडेजा की बहन ने क्यों कहा, जामनगर में जडेजा vs जडेजा नहीं है?</a></strong></p>
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