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Jammu Kashmir: गुलाम नबी आजाद ने छोड़ी कांग्रेस, कुछ ही घंटों के बाद जम्मू-कश्मीर इकाई के 8 नेताओं ने दिया इस्तीफा

<p style="text-align: justify;"><strong>Jammu-Kashmir 8 Leaders Resgined:</strong> जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के कांग्रेस (Congress) छोड़ने के कुछ घंटों बाद 3 पूर्व मंत्रियों समेत 8 नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा (Resigned) दे दिया. सूत्रों ने बताया कि आजाद के करीबी माने जाने वाले और भी नेता इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि वे जल्द ही एक नई पार्टी (New Party) बना सकते हैं. हालांकि अभी तक गुलाम नबी आजाद ने कोई बयान नहीं दिया हैं.</p> <p style="text-align: justify;">गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पूर्व मंत्री आर एस चिब, जी एम सरूरी और अब्दुल राशिद, पूर्व विधायक मोहम्मद अमीन भट, गुलज़ार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद अकरम, पूर्व एमएलसी नरेश गुप्ता और पार्टी नेता सलमान निजामी ने इस्तीफा दे दिया है. दरअसल, कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष सरूरी ने कई अन्य नेताओं के साथ पार्टी से इस्तीफा देने से पहले दिल्ली में आजाद से मुलाकात किया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>पूर्व मंत्री ने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा</strong><br />आर एस चिब ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने इस्तीफे में कहा, "पिछले दशकों में जम्मू-कश्मीर राज्य ने जो उथल-पुथल देखी है, उसे ध्यान में रखते हुए, लोगों को आजाद जैसे निर्णायक नेता की आवश्यकता है, जो उन्हें बेहतर भविष्य की ओर ले जाए. मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी उस भूमिका को निभाने में सक्षम नहीं है जो कि है इसकी उम्मीद थी."</p> <p style="text-align: justify;"><strong>"आजाद एक लोकप्रिय नेता हैं"</strong><br />वही, गुलाम नबी आजाद के साथ उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात के बाद सरूरी ने मीडिया से कहा, "आजाद एक लोकप्रिय नेता हैं, जिन्होंने पिछले 50 सालों से कांग्रेस की सेवा की है. वह देश भर में राष्ट्रीय निर्माण में उनके योगदान के लिए एक जाना-माना चेहरा हैं." उन्होंने कहा, "वह राजनीति से बाहर नहीं रह सकते, जम्मू-कश्मीर को उनकी सेवाओं की जरूरत है और हमें यकीन है कि वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. जम्मू-कश्मीर के लोग भी अपने नेताओं से प्यार करते हैं और उनके लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं."&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>अपनी पार्टी बनाएंगे गुलाम नबी आजाद!</strong><br />सरूरी की बातों का मतलब समझें तो गुलाम नबी आजाद के अपनी पार्टी बनाने की संभावना है. सूत्रों ने भी संकेत दिया कि अनुभवी कांग्रेस नेता अगले महीने एक नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर) 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त होने बाद पहले विधानसभा चुनाव की तैयारी की जा रही है. इसके मद्देनजर आजाद के प्रति वफादार (ज्यादातर कांग्रेसी) नेता नई दिल्ली पहुंच चुके हैं और वहीं डेरा डाले हुए हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>सोशल मीडिया पर सामूहिक इस्तीफा</strong><br />इससे पहले सरूरी (Saroori) ने अपने सोशल मीडिया (Social Media) अकाउंट पर एक सामूहिक इस्तीफा (Joint Resignation Letter) अपलोड किया था, जिसमें राशिद, भट, वानी और अकरम की कांग्रेस पार्टी (Congress) छोड़ने की घोषणा की गई थी. वहीं, सूत्रों की मानें तो पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व सांसद जुगल किशोर शर्मा और कुपवाड़ा से मुनीर अहमद मीर भी कांग्रेस से इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं. इन नेताओं को आजाद का करीबी माना जाता है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p> <p style="text-align: justify;">&nbsp;<strong><a href="https://ift.tt/csDF0B8 Tips: कोरोना और वायरल बुखार के बढ़ते मामले, इस तरह रखें अपने बच्चे का ख्याल</a></strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/tlveQc0 Prevention: फीवर आने पर दवाएं ही नहीं इन बातों को ख्याल रखना भी बेहद जरूरी</a></strong></p>

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