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भारत-चीन की सेनाओं ने नॉर्थ सिक्किम से सटी एलएसी पर स्थापित की हॉटलाइन, बॉर्डर पर शांति बनाए रखने की पहल

<p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्ली:</strong> बॉर्डर पर शांति बनाए रखने और आपसी मित्रता बढ़ाने के इरादे से भारत और चीन की सेनाओं ने नॉर्थ सिक्किम से सटी एलएसी पर एक हॉटलाइन स्थापित की है. रविवार को चीन के सेना यानी पीएलएस दिवस के मौके पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच इस हॉटलाइन की शुरुआत की गई.</p> <p style="text-align: justify;">भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि सीमा पर परस्पर विश्वास और सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ाने के इरादे से नॉर्थ सिक्किम के कोंगरा-ला (दर्रे) और तिब्बत स्वायत्त-क्षेत्र के खंबा-द्जोंग में भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच हॉटलाइन स्थापित की गई है. इस हॉटलाइन के जरिए दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय मिलिट्री कमांडर्स किसी भी विवाद के दौरान आपस में सीधे बातचीत कर सकेंगे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>हॉटलाइन की शुरुआत</strong></p> <p style="text-align: justify;">रविवार को पीएलए दिवस के मौके पर जब इस हॉटलाइन को शुरू किया गया था, उस वक्त दोनों देशों की सेनाओं के स्थानीय कमांडर्स शामिल हुए और हॉटलाइन पर मित्रता और सद्भाव के संदेश का आदान-प्रदान किया गया. नॉर्थ सिक्किम का ये वही इलाका हैं जहां पिछले एक-डेढ़ साल में कई बार भारत और चीन के सैनिकों के बीच पैट्रोलिंग को लेकर झड़प हो चुकी है. एक ऐसी ही धक्का-मुक्की का वीडियो भी पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था.</p> <p style="text-align: justify;">सेना के मुताबिक, भारत और चीन की सेनाओं के स्थानीय कमांर्ड्स के बीच संचार के लिए सुस्थापित तंत्र है. लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल यानी एलएसी के अलग-अलग इलाकों में इस तरह की हॉटलाइन सीमा पर शांति बनाए रखने में एक मील का पत्थर साबित होती हैं. भारत और चीन की सेनाओं के बीच अब इस तरह की कुल छह हॉटलाइन हो गई हैं. इस तरह की हॉटलाइन पूर्वी लद्दाख के डीबीओ, सिक्किम के नाथू ला, अरुणाचल प्रदेश के बूमला और किबिथू में पहले से ही हैं.</p> <p style="text-align: justify;">आपको बता दें कि भारत और चीन के सैन्य कमांडर्स के बीच शनिवार को 12वें दौर की मीटिंग हुई थी और पूर्वी लद्दाख के गोगरा और हॉट-स्प्रिंग जैसे विवादित इलाकों में डिसइंगेजमेंट पर चर्चा हुई थी. माना जा रहा है कि दोनों देश इस अहम मीटिंग को लेकर सोमवार को बयान जारी कर सकते हैं. पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर इसी साल फरवरी में पहले चरण का डिसइंगेजमेंट पूरा हो चुका है, लेकिन गोगरा और हॉट-स्प्रिंग जैसे कई ऐसे विवादित इलाके हैं, जहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच पिछले डेढ़ साल से तनातनी चल रही है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें: <a title="Border Dispute: भारत-चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच हुई 12वें दौर की मीटिंग, 9 घंटे तक चली बैठक" href="https://ift.tt/3ieVw89" target="_blank" rel="noopener">Border Dispute: भारत-चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच हुई 12वें दौर की मीटिंग, 9 घंटे तक चली बैठक</a></strong></p>

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